सास बहू और लॉकडाउन

सास बहू और लॉकडाउन #21दिन21ब्लॉग
कोरोना वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन हो गया| रोमिल को भी वर्क फ्रॉम होम के लिए बोल दिया गया| वह एक मल्टीनेशनल कम्पनी में काम करता था| ऑफिस में सभी को राहत मिली कि चलो इस बहाने ही सही अपने परिवार वालों के साथ वक्त बिताने को तो मिलेगा| पर रोमिल के दिमाग में कुछ अलग ही चल रहा था| वो ये सोच-सोचकर परेशान हो रहा था कि इतने दिन घर में कैसे बिताएगा?कैसे अपनी माँ और पत्नी को झेलेगा? सैटरडे संडे बड़ी मुश्किल से घर में कटता है, तो 21 दिन कैसे कटेंगे?

घर आकर उसने जब बताया, कि कल से वह ऑफिस नहीं जाएगा घर से ही काम करेगा, तो माँ और पत्नी दोनों खुश हो गईं|
रोमिल रोज की भाँति सुबह जल्दी तैयार हो गया| माँ और पत्नी दोनों को हिदायत देते हुए बोला-" देखो मेरी मीटिंग है, इसलिए आप दोनों कृप्या लड़ाई झगड़ा न करके शांति बनाए रखना|
रोमिल की बात सुनकर रमा और नेहा दोनों भड़क गईं और बोलीं-"हम क्या पागल हैं?जो बिना बात के झगड़ा करेंगे|
"भरोसा नहीं हैं ना, कब दोनों की बुद्धि सटक जाए" कहकर रोमिल लैपटॉप लेकर अपने रूम में चला गया और दरवाजा बंद कर लिया|
दोपहर के 1 बज रहे थे, रमा रोमिल के कमरे में आई और धीरे से बोली-"आजा बेटा, खाना खा ले| " "हाँ, माँ बस 5 मिनिट में आ रहा हूँ| " रोमिल खाना खाकर जैसे ही उठा, तभी नेहा चुटकी लेती हुए बोली-"पतिदेव सुबह से अभी तक आपको हमारे झगड़े की आवाज आई क्या| " रोमिल खुश होकर बोला-" वेरी गुड,कीप इट अप"|
रोमिल ऑफिस के काम में व्यस्त हो गया| रमा और नेहा ड्राइंग रूम में बैठकर टी वी में सीरियल देखने लगीं|
"बहू, देख पार्वती को (सीरियल की नायिका) पति के ऑफिस से आते ही सर दर्द का बहाना लेकर बैठ गई है, ताकि चाय न बनानी पड़े"
नेहा को लगा रमा उसे ताना मार रही है, तो वो भी तंज कसते हुए बोली-"और माँ, सास भी देखो कितनी नौटंकी बाज है, बेटे से कह रही है मुझे बहुत कमजोरी महसूस हो रही है उठा नहीं जा रहा| बेटे के आने से पहले कैसे दबा के फल खा रही थी|
संयोग से रमा भी सीरियल देखते-देखते सेव खा रही थी, उसे भी लगा कि नेहा उसे ताना मार रही है| गुस्सा होते हुए बोली-"हाँ, खा रहीं हूँ बोल| अपने बेटे की कमाई का खा रहीं हूँ, तेरे पियर से तो नहीं आए है ना|
"माँ आप मुझको क्यूँ सुना रहीं हैं, मैंने आपके लिए थोड़ी बोला है| वो तो सीरियल वाली|
"हाँ हाँ मैं सब जानती हूँ, आजकल की लड़कियों कों| कहती किसी और को हैं और सुनाती सास को हैं " अब नेहा कब रुकने वाली थी| चिढ़ाते हुए बोली" आ हा हा| | आप तो जैसे बड़ी भोली हैंं न| क्या कह रहीं थीं ?पार्वती सर दर्द का नाटक कर रही है| कल आपको चाय बनानी पड़ी थी, इसलिए आप मुझे सुना रहीं हैं ना| " बस दोनों का झगड़ा शुरू हो गया और जोर-जोर सेे चिल्लाने लगीं| शोर सुनकर रोमिल बाहर आ गया और ताली बजाते हुए बोला-" वाह वाह, सुबह तो बड़ी शान से कह र
हीं थीं| | | कि हम पागल थोड़ी हैं, जो बिना बात के झगड़ेें| तो कृृपया आप दोनों बताएंंगी की इस पागलपन की| | आई मीन| | इस झगड़े की क्या वजह है?" रमा और नेहा चुप हो गईं और एक दूसरे का मुँह देखने लगीं| "नहीं हैं ना, मेरी बात का आप दोनों के पास जवाब| क्योंकि आप दोनों को शांति से रहना आता ही नहीं है| लड़ने का कोई न कोई बहाना दोनों 'सास बहू' ढूँढ ही लेती हो| आप दोनों का कुछ नहीं हो सकता| "अगर आप दोनों ने झगड़ना बंद नहीं किया, तो मैं तो कल से ऑफिस चला जाऊंगा, चाहे पुलिस के डंडे ही क्यों न खाने पड़े" रोमिल ने अपना आखिरी दांव खेला|
नेहा डर गई और बोलीं-"नहीं नहीं अब हम नहीं लड़ेंगे, आप घर पर ही रहो| बाहर जाने से बीमारी का खतरा है|
रमा भी उसकी हाँ में हाँ मिलाते हुए बोली "हाँ बेटा, बहू सही कह रही है| हमें लड़ाई से ज्यादा तेरी जान प्यारी है| मेरी कसम है तुझे, तू कहीं नहीं जाएगा बस घर में रहेगा|
रोमिल का तीर निशाने पर लगा, वह मन ही मन मुस्कुराने लगा| | 'चलो ये संकट तो टल गया| अब कोरोना का भी टल जाएगा"|
आपको मेरी कहानी कैसी लगी कमेंट करके अवश्य बताएं|





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